नफरत की आग में जलती है दिल की बातें
यहाँ जाग उठते हैं बेचैनी के सागर। मन की बातें छिप जाती हैं, जबकि मनुष्य जीवन के आने-जाने का समीक्षा चलता रहता है. हमें कि उन्माद एक मृत�
यहाँ जाग उठते हैं बेचैनी के सागर। मन की बातें छिप जाती हैं, जबकि मनुष्य जीवन के आने-जाने का समीक्षा चलता रहता है. हमें कि उन्माद एक मृत�
ज़िन्दगी एक उत्सव है जहाँ खुशी और दुःख दोनों ही साथ चलते हैं। कुछ लोग तो जीवन में अपनी मंजिल तक पहुँचने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, लेकि�